“तालीमी बेदारी कॉन्फ्रेंस” का भव्य आयोजन”

हज़रत जहांगीर सुल्तान अशरफ़ र.अ. के सौजन्य से शिक्षा जागरूकता पर हुआ जोर

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रिपोर्ट मोहम्मद आसिफ अता

अमावां/नवादा/हाजीपुर (वैशाली) मदरसा दारुल कुरान मिल्लत-ए-इब्राहीम, आमावा के प्रांगण में एक प्रभावशाली एवं प्रेरणादायक “तालीमी बेदारी कॉन्फ्रेंस” का आयोजन किया गया।इस ऐतिहासिक आयोजन का मुख्य उद्देश्य मुस्लिम समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना तथा नई पीढ़ी को शिक्षित,जागरूक और सशक्त बनाना रहा।कार्यक्रम का आयोजन हज़रत जहांगीर सुल्तान अशरफ़ र.अ. के सौजन्य एवं मार्गदर्शन में किया गया। इस अवसर पर बिहार के प्रतिष्ठित शिक्षाविदों,सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं जनप्रतिनिधियों ने अपनी भागीदारी दर्ज कराई।जनाब सलीम परवेज़ साहब,अध्यक्ष, बिहार मदरसा बोर्ड (बिहार सरकार) जनाब अली इमाम भारती, अध्यक्ष, वीर अब्दुल हमीद फाउंडेशन, पटना ,जनाब मोहम्मद लियाकत मंसूरी, पटना,जनाब गुलाम गौस (जदयू), पटना,जनाब मोहम्मद शमीम मंसूरी उर्फ़ कल्लू कवारी, नवादा,जनाब मोहम्मद सलीम आलम,सदर,मास्टर मोहम्मद अमीर हसन,मोहम्मद साजिद हुसैन,मोहम्मद फखरुद्दीन,समाजसेवी एवं पूर्व सरपंच ,डॉक्टर मोहम्मद मोफिज आलम,हाफिज मोबिन,हाफिज रेहान ,मोहम्मद हदीस, सफर आलम, मोहम्मद महफूज आलम,मोहम्मद मंजूर आलम, मोहम्मद तस्लीमुद्दीन,
मोहम्मद मिस्टर, हाफिज नेताजुल हक, मास्टर मोहम्मद सुल्तान अहमद,
मोहम्मद जसीमुद्दीन, मोहम्मद मंजूर (ठेकेदार), मोहम्मद मनीर, मोहम्मद जाहिद, मोहम्मद कौशल, मोहम्मद तहसीन

वक्ताओं ने मुस्लिम समाज में शिक्षा के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। बालकों और युवाओं को तालीम की रौशनी से नयी दिशा देने की अपील की।सामाजिक, धार्मिक और आधुनिक शिक्षा के संतुलन पर ज़ोर दिया गया।मदरसों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने की आवश्यकता पर विचार व्यक्त किए गए।इस सम्मेलन में क्षेत्र के विभिन्न गाँवों से आए सैकड़ों शिक्षाप्रेमी, समाजसेवी, शिक्षक, छात्र एवं अभिभावक उपस्थित रहे, जिनकी सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक बना दिया। कार्यक्रम का समापन दुआओं के साथ हुआ।जिसमें समाज में शिक्षा,एकता और तरक्की के लिए अल्लाह से रहमत की दुआ मांगी गई। सभी ने यह संकल्प लिया कि शिक्षा को ही परिवर्तन का माध्यम बनाते हुए समाज में नई रौशनी फैलाई जाएगी।

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