महुआ विधानसभा में जन सुराज पार्टी के भावी उम्मीदवार सेवानिवृत्त डीआईजी जनाब मोहम्मद अब्दुल्लाह साहब ने किया विशेष संवाद
रिपोर्ट मोहम्मद आसिफ अता
महुआ/हाजीपुर – जन सुराज पार्टी से महुआ विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी एवं बिहार पुलिस सेवा के वरिष्ठ सेवानिवृत्त डीआईजी जनाब मोहम्मद अब्दुल्लाह साहब ने शक्ति मैरेज हॉल, कोल्ड स्टोर के समीप, महुआ में एक विशेष संवाद बैठक का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं आम नागरिकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।कार्यक्रम की शुरुआत मौलाना सुल्तान इदरीसी ने पवित्र कुरआन की आयतों की तिलावत से की। इसके बाद एक-एक कर वक्ताओं ने जनाब अब्दुल्लाह साहब के व्यक्तित्व, सेवाभाव और उनकी ईमानदारी पर अपने विचार प्रकट किए।डॉ. शमीम अंसारी (संचालक, आसमा हॉस्पिटल) ने कहा, “यह महुआ की सौभाग्य की बात है कि एक ईमानदार, शिक्षित और अनुभवशाली अधिकारी हमारे क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं। उनके नाम मात्र से लोगों में नई उम्मीद और विश्वास की लहर है।

इदरीसीया दर्ज़ी फेडरेशन के प्रदेश महासचिव राजू वारसी ने कहा मैं बीते 20 वर्षों से महुआ विधानसभा की स्थिति देख रहा हूं। लेकिन दुर्भाग्यवश अब तक कोई भी नेता मुस्लिम समाज के विकास कार्य नहीं किया या संकट की घड़ी में सामने नहीं आया। हमारी आबादी प्रदेश में 18 प्रतिशत से अधिक है, फिर भी न सरकार में भागीदारी है, न हमारी बातों की सुनवाई। अब समय है कि हम सब मिलकर ईमानदार प्रतिनिधि को मजबूत करें ताकि 18% आबादी वाले समाज अपना मजबूत लिडर को मजबूती के साथ देकर विधानसभा में भेज कर नेतृत्व संभालें मसूउरहमा ने अपने संबोधन में कहा, “महुआ की जनता को अब ऐसे नेतृत्व की ज़रूरत है जो जात-पात, धर्म से ऊपर उठकर सभी के लिए न्याय और समानता से काम करे। जब 2 प्रतिशत जनसंख्या वाला समुदाय मंत्री बन सकता है, तो हम क्यों नहीं अपनी ताक़त को पहचानें मोहम्मद जौहर ने कहा जन सुराज पार्टी ने बहुत सोच-समझकर इस धरती से मोहम्मद अब्दुल्लाह साहब जैसे योग्य, पढ़े-लिखे और जनसेवा के लिए प्रतिबद्ध उम्मीदवार को उतारा है।मोहम्मद अनवर ने कहा मैं महुआ के नौजवानों और बुजुर्गों का आभार प्रकट करता हूं कि उन्हें अब एक सच्चा, ईमानदार और जमीनी नेता मिला है। जनाब मोहम्मद अब्दुल्लाह साहब ने अपने भावुक संबोधन में कहा कौन कहता है कि आसमान में छेद नहीं होता एक पत्थर तो उछालकर देखो। मैंने 30 वर्षों तक पुलिस सेवा में पूरी ईमानदारी से कार्य किया है। मैं गरीब परिवार से हूं, लेकिन मेरी सोच हमेशा बड़ी रही है। महुआ की जनता के दुख-दर्द में साथ रहना चाहता हूं। बीते 20 वर्षों में किसी भी पार्टी ने मुस्लिम समाज से एक भी ईमानदार, योग्य उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया। नबी-ए-करीम (सल्ल०) ने नफरत नहीं, मोहब्बत सिखाई है। मैं आप सभी से अपील करता हूं कि सच्चाई का साथ दे। ताक़तवर हाथों को मज़बूत करें। मैं जीतने आया हूं, हारने नहीं। मर जाऊंगा, लेकिन झूठ नहीं बोलूंगा।कार्यक्रम में मौलाना कमर आलम नदवी, मौलाना सुल्तान इदरीसी, मोहम्मद शहादत अंसारी, यकीन अहमद उर्फ ऊर्फ़ी बाबू, मोहम्मद आफ़ताब, मोहम्मद फिरोज़, मोहम्मद नौशाद, मास्टर फारूक अंसारी, मोहम्मद अकबर, मुन्ना मुखिया (खाजे चांद, छपरा), मोहम्मद जमील, मोहम्मद सोनू, मोहम्मद नसीम अंसारी, असगर अब्बासी, मोहम्मद आबिद, मोहम्मद मोजीम, जमशेद आलम उर्फ प्यारे, इरफान,मो इरशाद,मोहम्मद, सुमेरगंज के मो हसनैन अंसारी,कलाम, मोहम्मद अरशद अंसारी, अंसारी महापंचायत के नेता नोमान अख्तर अंसारी सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे।